ऐसे बनाएं अपना रेडियो सेट





                       नीलाभ वर्मा 
              (सहायक मैनेजर, आईटी)                       

रेडियो स्टेशन से आने वाली रेडियो तरंगें एक एंटीना द्वारा पकड़ ली जाती हैं। इन तरंगों के कारण तार में परिवर्तनशील विद्युतधारा बहने लगती है। यह धारा रेडियो सेट में से होकर गुजरती है और पफथ्वी में पहुंच जाती है। रेडियो सेट के अंदर एक कैपेसिटर और कुंडली वाला ट्यून्ड (ऊल्हा्) परिपथ होता है। ट्यून्ड परिपथ एंटीना द्वारा पकड़ी गई मिश्रित तरंगों में से उन सिग्नलों को छांट लेता है जिन्हें आप सुनना चाहते हैं। ट्यून्ड परिपथ और ईयरफोन के बीच में लगा हुआ डायोड सिग्नलों को ढूंढकर उन्हें डिमोडूलेट करने का कार्य करता है। ईयरफोन इन सिग्नलों को ध्वनि में परिवर्तित करता है और हम रेडियो स्टेशन से प्रसारित किए गए कार्यक्रम सुन सकते हैं।

आवश्यक सामग्री: पेंट चढ़ा तांबे का तार, प्लास्टिक की नली, टेप, 30 मैक्रो फराड का एक कैपेसिटर, एक अर्द्धचालक डायोड, एक ईयरफोन, एक लकड़ी का बोर्ड, डाइनिंग पिनें, एक स्टैपलर, धातु की एक लंबी छड़.

क्या करना है: 22 से 24 गेज वाला तांबे का तार लें और प्लास्टिक की नली (१-२ mm व्यास और ४ इंच लंबी) पर तार के लगभग 100 टर्न लपेटकर एक कुंडली बनाएं। कुंडली बनाने के लिए तार के एक सिरे को नली के एक किनारे पर टेप से चिपका कर लपेटना शुरू करें या नली में दो छोटे-छोटे छेद बनाकर तार को उनमें डालें। अब तार को सफाई से नली पर लपेटें, ताकि टर्न एक-दूसरे के साथ-साथ बनें। बीच-बीच में तार को पूंछ के रूप में कुंडली से बाहर निकालें और आगे लपेटते जाएं। इस प्रकार की लगभग छ पूंछें बना लें, जिनमें से अधिकांश कुंडली के एक सिरे के पास होनी चाहिए। एक कैपेसिटर और एक अर्द्धचालक डायोड खरीदें। एंटीना द्वारा पकड़े गए सिग्नल को सुनने के लिए एक ईयरफोन भी खरीदना पड़ेगा। सभी घटकों को लकड़ी के बोर्ड पर रखें और चित्र के अनुसार संपर्क बनाएं। इन्हें डाइनिंग पिनों की सहायता से भी लगाया जा सकता है। ईयरफोन लगाने के लिए स्टैपलर की आवश्यकता पड़ेगी। पिनें लगाने से पहले तांबे के तार के सिरों और पूंछों के ऊपर से पेंट की परत हटा दें। एक तार को घर के बाहर किसी ऊंचे स्थान पर टिका दें। यह तार एंटीना का कार्य करेगा। एक लोहे की छड़ लेकर उसे जमीन में लगभग 2 फुट गहरा गाड़ें। छड़ को एंटीना वाले तार से जोड़ें। सिग्नल प्राप्त करने के लिए एंटीना वाले तार को कुंडली के संपर्कों पर एक-एक करके रखें। ऐसा करने से आपका रेडियो सेट किसी शक्तिशाली तरंगों वाले रेडियो स्टेशन को पकड़ लेगा और आप उस समय प्रसारित होने वाले प्रोग्राम सुन सकते हैं।

Post a Comment

[blogger]

raibareli amethi times

Contact Form

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.
Javascript DisablePlease Enable Javascript To See All Widget