इससे पहले योगी सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे दिनेश शर्मा भी प्रदेश अध्यक्ष की रेस में आगे चल रहे हैं। जानकारी के मुताबिक दिनेश शर्मा को संगठन में काम करने का लंबा अनुभव है। इसके अलावा उप मुख्यमंत्री रहने के नाते उन्होंने प्रदेश के दौरे भी किए हैं। साथ ही साथ सरकार और संगठन में अच्छा तालमेल भी बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। यही कारण है कि दिनेश शर्मा का नाम भी प्रदेश अध्यक्ष की रेस में आगे चल रहा है।
अगर आप तरबूज के शौकीन हैं लेकिन उसके अंदर मौजूद बीजों से परेशान हैं तो आपकी इस समस्या का समाधान करने जल्द ही नवी मुंबई की एपीएमसी बाजार में बीज मुक्त तरबूज आनेवाला है । बाजार के एक व्यापारी ने बताया कि एक विदेशी कंपनी की मदद से पश्चिम महाराष्ट्र में उगाए गए बीज मुक्त तरबूज, एक महीने के अंदर बाजार में आ जाएंगे । उनका टेस्ट लगभग पारंपरिक तरबूज के जैसा ही होगा लेकिन उसका पानी पारंपरिक तरबूज के पानी से ज्यादा मीठा होगा । इसे भारत में सबसे पहले हरियाणा के एक किसान ने उगाया था । अब जल्द ही एशिया की सबसे बड़ी एपीएमसी बाजार में यह फल उपलब्ध होगा । एक तरबूज का वजन 4 से 6 किलो के बीच हो सकता है । अक्सर गर्मियों के मौसम में लोग इस फल को खाना पसंद करते हैं, कई लोग इसमे बीज होने के चलते इसका पानी पीना पसंद करते हैं । गर्मियों में चलने वाली लू से ये फल लोगों के सेहत की रक्षा करता है । इस फल में मौजूद विटामिन्स और मिनरल्स सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं । यह फल सस्ता होने के चलते ग्रामीण भारत में काफी पसंद किया जाता है । बीज न होने के कारण यह तरबूज पारंपरिक तरबूज को बाजार से गायब कर सकता है क्योंकि अक्सर लोग बीज होने के कारण तरबूज खाने से मना कर देते थे कहते थे कि कौन बीज निकालने में समय बर्बाद करेगा । अगर इसकी कीमत पारंपरिक तरबूज के आस पास रही तो खरबूज की बिक्री पर भी असर पड़ सकता है क्योंकि बीज के चलते सस्ता तरबूज न खरीदने वाले अक्सर बाजार से महंगा खरबूज खरीदकर ले जाते थे ।